अब अमेरिका को चाहिए भारत का साथ वह कोविड और चीन जैसे मुद्दों से अकेले नहीं निपट सकता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा भारत और अमेरिका के रिश्तों को फिर उसी तरह मज़बूत करने की दिशा में है, जिस तरह का मज़बूत रिश्ता राष्ट्रपति ट्रम्प के ज़माने में था। भारत अमेरिका के रिश्तों को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने १४ साल पहले ही कह दिया था कि २०२० आते-आते भारत अमेरिका का सबसे मज़बूत साथी होगा। तब वे उपराष्ट्रपति के रूप में भारत आये थे। भारत अमेरिका के रिश्तों को वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा- ` भारत को लेकर ट्रम्प और बाइडेन की नीति एक है। वह कोविड और चीन जैसे मुद्दों से अकेले नहीं निपट सकता। ‘ मोड ने भी कहा- अमेरिका में ४० लाख भारतीय रह रहे हैं। वे अमेरिका को ताकत बनाने में मदद कर रहे हैं।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला मुताबिक भारत ने क्वॉड की बैठक में पाकिस्तान की अफगानिस्तान में भूमिका और आतंकवाद में शामिल होने का मुद्दा उठाया। भारत के साथ अमेरिका ने भी इस पर जोर दिया, क्योंकि दोनों देश अफगानिस्तान में आतंकवाद से निपटने की अहमियत समझते हैं।
श्रृंगला ने बताया कि द्विपक्षीय चर्चाओं और क्वॉड शिखर सम्मेलन में, स्पष्ट भावना थी कि अफगानिस्तान और आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका को ज्यादा सतर्कता से देखा जाना चाहिए। पड़ोसी इलाकों में खुद को सहयोगी बताने वाला पाकिस्तान असल में समस्याओं की वजह खुद ही है। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसे कभी-कभी अनदेखा कर दिया जाता है।
बैठक में भारत के प्रधानमंत्री ने कहा- क्वॉड एक ‘फोर्स फॉर ग्लोबल गुड’ की तरह काम करेगा। मुझे विश्वास है कि क्वॉड में हमारा सहयोग हिंद-प्रशांत के साथ-साथ पूरी दुनिया में शांति और समृद्धि सुनिश्चित करेगा। क्वॉड वैक्सीन पहल से इंडो-पैसिफिक देशों को मदद मिलेगी। क्वॉड ने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। क्वॉड आपूर्ति श्रृंखला, वैश्विक सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और कोरोना महामारी जैसे कई मुद्दों पर पर मिलकर काम कर रहा है।
चारों क्वॉड देश भारत-प्रशांत क्षेत्र की मदद के लिए 2004 की सुनामी के बाद पहली बार मिले हैं। आज, जब दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही है, हम एक बार फिर मानवता के कल्याण के लिए साथ आए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- मैं प्रधानमंत्री मॉरिसन, मोदी और सुगा का व्हाइट हाउस में हो रही पहली इन-पर्सन क्वॉड बैठक में स्वागत करता हूं। यह लोकतांत्रिक देशों का समूह है, जिनके हित एक हैं। चारों देश इस समय एक जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। हम एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विश्वास करते हैं।
वैक्सीनेशन के इनिशिएटिव को लेकर हमारा प्लान ट्रैक पर है। हम भारत में 1 बिलियन डोज का जल्द उत्पादन करेंगे ताकि ग्लोबल सप्लाई बेहतर हो सके। 6 महीने पहले हमने फ्री इंडो-पैसिफिक के एजेंडे पर काम करना शुरू किया था। आज यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हम इस रास्ते पर काफी आगे बढ़ गए हैं। बाइडेन ने नई क्वॉड फैलोशिप का ऐलान किया। यह भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के छात्रों को मिलेगी।